Thursday, February 14, 2008

मौन शक्ति

प्यार का नगमा,
गाता जा सुनाता जा,
उनके दिल को,
हर्षाता जा।

खुशी भी इसमें,
चैन भी इसमें,
प्यार की बीन,
बजाता जा।

कर्म भी यही,
धर्म भी यही,
सब कुछ यही,
समझाता जा।

प्यार ही प्यार,
ज़िंदगी का सार,
स्वयं पहचान ले,
औरों को बतलाता जा।

जीवन उद्धार,
कर पालनहार,
प्यार शक्ति,
दर्षाता जा।

1 comment:

Anonymous said...

very nice short and down to earth